आईना कभी झूठ नहीं बोलता, बस हम खुद को देखना नहीं चाहते।

अपने आप से ईमानदार रहो, यही पहला कदम है सफलता की ओर।

जो खुद को बदल सकता है, वही दुनिया बदल सकता है।

हर सुबह आईने में खुद को मुस्कुरा कर देखो — तुम जीत के लिए बने हो।

जब तुम खुद को पहचान लोगे, तब कोई तुम्हें रोक नहीं पाएगा।

आईना तुम्हें वही दिखाता है, जो तुम अंदर से हो — सच्चा और स्पष्ट।

अपनी कमजोरी को मत देखो, अपने अन्दर की ताकत को पहचानो।

नदी की तरह बहो — रुकना मत, थकना मत, बस चलते रहो।

हर सूरज उगता है एक नई उम्मीद के साथ, खुद पर भरोसा रखो।

सूरज का छिपना अंत नहीं, विश्राम है — नई शुरुआत से पहले की खामोशी।