महक और परी फंसीं मुश्किल में: अश्लील वीडियो पर पुलिस की सख्ती
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हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर दो युवतियाँ – महक और परी – अचानक से सुर्खियों में आ गईं। इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से अश्लील वीडियो अपलोड किए, जिससे ना सिर्फ समाज में अशांति फैली बल्कि युवा वर्ग पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
विवाद की शुरुआत: सोशल मीडिया पर वायरल अश्लील कंटेंट
यहाँ इस मामले से जुड़ी महक और परी की कस्टडी, आरोपित धाराएँ एवं जमानत प्रक्रिया की पूरी जानकारी है:
👮♀️ 1. पुलिस ने हिरासत में किया था
संभल (UP) में Instagram रील बनाने वाली महक और परी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा, क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर अश्लीलता तथा भद्दी भाषा का सरगर्मी से प्रचार किया था।
शुरुआती जांच में सामने आया कि वे “गाली-गलौज वाले वीडियो” और इंस्टाग्राम रील्स के माध्यम से अश्लीलता फैलाती थींपुलिस अधीक्षक (SP) के निर्देश पर अस्मोली थाना पुलिस द्वारा आरोपियों को हिरासत में लिया गया और जेल भेजा गया
⚖️ 2. आरोपित धाराएँ
पुलिस ने महक और परी के खिलाफ निम्नलिखित धाराएँ लगाई:
आइटी (IT) एक्ट, धारा 67A/67B –
पब्लिक रूप से अश्लील या सेक्सुअल सामग्री अपलोड करने पर लागू होती है।
आईपीसी (IPC) की धाराएँ –
भद्दी भाषा या अश्लीलता फैलाने के कारण भड़काऊ सामग्री बनाने वालों पर भी कार्रवाई की जाती है
🏛️ 3. गिरफ्तारी की प्रक्रिया
फौरन कार्रवाई – SP के आदेश पर पुलिस ने Instagram रील्स की जांच की।
FIR दर्ज की गई जिसमें वीडियो की अश्लीलता और भाषा के कारण कई धारा जोड़ी गईं।
आरोपियों को पहले थाना लाया गया, फिर जिले की अदालत के समक्ष पेश किया गया,
अदालत ने जेल भेजा, और आरोपियों को भद्र लोक को हटाने, समाज में गलत संदेश फैलाने के लिए कहा गया
📝 4. जमानत कैसे मिली?
न्यायालय ने महक, परी समेत चार आरोपियों को सशर्त जमानत (bail) दी:
आरोपियों ने कोर्ट में आगे से ऐसा कार्य न दोहराने का आश्वासन दिया, इसलिए जमानत मंजूर की गई
कोर्ट ने यह भी संकेत दिया कि यदि भविष्य में फिर से ऐसी गतिविधि होगी तो सख्त कार्रवाई होगी
पुलिस की प्राथमिक जांच में क्या सामने आया?
पुलिस की साइबर सेल और महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू की। शुरुआती पड़ताल में यह साफ हो गया कि वीडियो न सिर्फ अश्लीलता की श्रेणी में आता है, बल्कि समाज में नैतिकता और मर्यादा के खिलाफ भी है। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि IPC और IT Act की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
5 लाख रुपये तक का अर्थदंड संभव
सूत्रों की मानें तो इन युवतियों पर 5 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं, यदि वीडियो को हटाया नहीं गया या भविष्य में पुनः ऐसा कंटेंट अपलोड किया गया, तो जेल की सजा भी संभव है।
सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट कराने की प्रक्रिया शुरू
पुलिस ने संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से संपर्क कर महक और परी के अकाउंट्स को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्लेटफॉर्म्स को नोटिस भेजा गया है और अश्लील वीडियो हटाने के लिए अनुरोध भी किया गया है।
क्या कहती हैं साइबर लॉ एक्सपर्ट्स?
साइबर कानून विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मामलों में कानून पूरी तरह स्पष्ट है। किसी भी व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से अश्लील सामग्री डालना आईटी एक्ट की धारा 67A और 67B के तहत दंडनीय अपराध है, जिसमें जुर्माने के साथ-साथ जेल की सजा का भी प्रावधान है।
समाज में नाराज़गी और प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया यूजर्स और माता-पिता के संगठनों में इस मामले को लेकर भारी आक्रोश है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या सोशल मीडिया अब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में अश्लीलता का अड्डा बन चुका है?
प्लेटफॉर्म्स की भूमिका पर सवाल
इस घटना के बाद Instagram, Facebook और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर वे इस तरह की सामग्री को समय रहते क्यों नहीं रोक पाते?
महक और परी की प्रतिक्रिया
अब तक महक और परी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने अपने कुछ वीडियो डिलीट कर दिए हैं और प्रोफाइल को निजी (Private) बना लिया है।
प्रशासन की अगली रणनीति
पुलिस अधिकारियों ने साफ कहा है कि अगर आरोपी वीडियो या अकाउंट्स को खुद नहीं हटाते हैं, तो कानूनी तरीके से प्लेटफॉर्म्स से सहयोग लेकर इन्हें हटाया जाएगा। साथ ही इन पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की हरकत करने से पहले सोचें।
क्या इस घटना से सोशल मीडिया के नियम और सख्त होंगे?
यह सवाल अब हर डिजिटल यूज़र के दिमाग में है कि क्या सरकार इस घटना के बाद सोशल मीडिया के लिए नए दिशानिर्देश या कठोर कानून लाएगी? इससे पहले भी कई बार सोशल मीडिया पर कंटेंट मॉडरेशन की मांग उठ चुकी है, लेकिन इस मामले ने इसे और तगड़ा मोड़ दे दिया है।
अभिभावकों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
ऐसे मामलों से बच्चों और किशोरों को सुरक्षित रखने के लिए अभिभावकों को चाहिए कि वे:
- बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखें
- सोशल मीडिया समय को सीमित करें
- नैतिक शिक्षा और डिजिटल शिष्टाचार सिखाएं
🧾 केस का वर्तमान स्टेटस:
अभी जेल से रिहा: महक और परी वर्तमान में जमानत पर जेल से बाहर हैं
पुलिस जांच जारी: बयान, वीडियो रिकॉर्ड्स और गाहकों से साक्ष्य इकठ्ठे किए जा रहे हैं
साइबर सेल की भागीदारी: सोशल मीडिया अकाउंट्स को डिलीट कराने एवं प्लेटफॉर्म्स से सामग्री हटवाने की कोशिश जारी है
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी समाचार स्रोतों, सोशल मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस के आधिकारिक बयानों पर आधारित है। Bharati Fast News किसी भी प्रकार की गैर-जिम्मेदाराना या आपत्तिजनक गतिविधि को बढ़ावा नहीं देता।
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