• Latest
  • Trending
कृष्ण-जन्माष्टमी

कृष्ण जन्माष्टमी: बंसी की तान पर भक्ति और आनंद का त्योहार

August 15, 2025
upsssc-pet-answer-key-2025

UPSSSC PET ANSWER KEY 2025 जारी: डायरेक्ट लिंक, कैसे डाउनलोड करें

September 10, 2025
coolie-ott-Release

Coolie OTT Release: Rajinikanth-Nagarjuna की धमाकेदार फिल्म अब Prime Video पर

September 10, 2025
isro-satellite-operation-sindoor

ISRO Satellite Operation Sindoor: भारत रक्षा प्रणाली के लिए सैटेलाइट की क्रांतिकारी भूमिका |

September 10, 2025
नेपाल-में-जेन-जेड-का-विरोध-प्रदर्शन

नेपाल में जेन जेड का विरोध प्रदर्शन: काठमांडू में कर्फ्यू से हिंसक संघर्ष

September 10, 2025
LIC-भर्ती-2025

LIC भर्ती 2025: AAO और AE के 841 पदों पर कब है? आवेदन की अंतिम तारीख देखें

September 8, 2025
tata-motors-new-4-cars-5

टाटा मोटर्स पेट्रोल कार लॉन्च 2025: जानिए कौन-सी चार नई गाड़ियां होंगी लॉन्च

September 8, 2025
चंद्र ग्रहण 2025: भारत में सूतक काल मान्य होगा या नहीं – संपूर्ण गाइड के लिए, देखें खबर।

चंद्र ग्रहण 2025: भारत में सूतक काल मान्य होगा या नहीं – संपूर्ण गाइड के लिए, देखें खबर।

September 8, 2025
UPSSSC-PET-फाइनल-काउंटडाउन

UPSSSC PET फाइनल काउंटडाउन: 6-7 सितंबर, एग्जाम में यह गलती बिलकुल न करें।

September 6, 2025
Baaghi-4 बॉक्स ऑफिस: Tiger Shroff की फिल्म का फ्लॉप शो, जानें मुख्य कारण।

Baaghi-4 बॉक्स ऑफिस: Tiger Shroff की फिल्म का फ्लॉप शो, जानें मुख्य कारण।

September 6, 2025
नये GST स्लैब की वजह से Tata Motors की कारें, इतनी सस्ती सोचा न था, देखें पूरी ख़बर।

नये GST स्लैब की वजह से Tata Motors की कारें, इतनी सस्ती सोचा न था, देखें पूरी ख़बर।

September 6, 2025
Samsung-Galaxy-S25-FE-1

Samsung Galaxy S25 FE लॉन्च: जानें कीमत, फीचर्स और भी बहुत कुछ।

September 5, 2025
सितंबर-2025-बैंक-छुट्टियां-1

सितंबर 2025 बैंक छुट्टियां: जानें पूरे भारत और राज्यों का पूरा अवकाश कैलेंडर

September 8, 2025
  • About Us – Bharati Fast News
  • Bharati Fast News
  • Contact Us
  • Current News
  • Disclaimer
  • HTML Sitemap | Bharati Fast News
  • News
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
Thursday, September 11, 2025
  • Login
Bharati Fast News
  • Home
  • About Us – Bharati Fast News
  • Contact Us
  • Disclaimer
No Result
View All Result
  • Home
  • About Us – Bharati Fast News
  • Contact Us
  • Disclaimer
No Result
View All Result
Bharati Fast News
No Result
View All Result
Home Indian Culture News

कृष्ण जन्माष्टमी: बंसी की तान पर भक्ति और आनंद का त्योहार

श्री कृष्णा जन्म अष्टमी: प्रेम और भक्ति का पावन पर्व

info@bharatifastnews.com by [email protected]
August 15, 2025
in Indian Culture News, National News
0
कृष्ण-जन्माष्टमी
492
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

कृष्ण जन्माष्टमी: बंसी की तान पर भक्ति और आनंद का त्योहार

google.com, pub-7027400963303371, DIRECT, f08c47fec0942fa0

Bharati Fast News – तेज़ खबरें, सच्ची खबरें – यही है भारती फास्ट न्यूज़

Table of Contents

Toggle
  • कृष्ण जन्माष्टमी: बंसी की तान पर भक्ति और आनंद का त्योहार
    • कृष्ण जन्माष्टमी क्या है? त्योहार का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
    • जन्माष्टमी 2025 – तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
    • कृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार के विशेष आयोजन
    • 🎶 बंसी की तान और लोकधुन की गूंज
    • 🎭 कृष्ण लीला और रासलीला का मंचन
    • 🕯️ मन्दिरों एवं घरों की सजावट
    • जन्माष्टमी पर किये जाने वाले धार्मिक अनुष्ठान
    • जन्माष्टमी का आध्यात्मिक संदेश और आधुनिक प्रासंगिकता
    • बाल गोपाल की महिमा
    • कृष्ण जन्माष्टमी के और कुछ रोचक व अनसुने तथ्य
          • Disclaimer: यह लेख धार्मिक और सांस्कृतिक जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। धार्मिक प्रथाओं और मान्यताओं में भिन्नता हो सकती है। कृपया अपनी धार्मिक गुरुओं या पंचांग से भी परामर्श करें।
      • आग्रह और आपके अमूल्य सुझाव
          • इस पोस्ट से सम्बंधित अन्य ख़बर- Janmashtami 2025: Check Date, Shubh Muhurat, Puja Timings And More
        • Bharati Fast News पर यह भी देखें– योगी का धमाका: विदेश में पढ़ने को मिलेगी स्कॉलरशिप
          •  👇 नीचे कमेंट करें और हमें बताएं कि आप क्या सोचते हैं।

कृष्ण-जन्माष्टमी


कृष्ण जन्माष्टमी क्या है? त्योहार का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे जन्माष्टमी या श्रीकृष्ण जयंती भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला प्रसिद्ध धार्मिक त्योहार है। यह दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार, भगवान श्री कृष्ण के जन्म का पर्व है। श्री कृष्ण ने मानवता को धर्म, भक्ति, प्रेम और आध्यात्मिक ज्ञान का मार्ग दिखाया। जन्माष्टमी के दिन भक्त उपवास रखते हैं, रात्रि जागरण करते हैं और मध्यरात्रि को श्री कृष्ण के जन्म का उल्लास मनाते हैं।

भगवान कृष्ण की लीला, जो उनके बचपन, युद्ध, संगीत (विशेषकर बंसी) और भक्तिभाव पर आधारित है, इस दिन की भव्यता को और भी बढ़ाती है। जन्माष्टमी केवल एक जन्मोत्सव नहीं, बल्कि भगवान की दिव्य महत्ता और उनकी शाश्वत गाथा का उत्सव है।


कृष्ण-जन्माष्टमी

जन्माष्टमी 2025 – तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

इस वर्ष जन्माष्टमी 16 अगस्त 2025, शनिवार को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि देर रात से शुरू होकर अगले दिन तक बनी रहेगी, इसलिए पूजा का शुभ मुहूर्त मध्यरात्रि के लगभग 12:45 से 1:26 बजे तक निर्धारित किया गया है। भक्त उस समय भगवान कृष्ण का अभिषेक करते हैं, भजन-कीर्तन, पाठ और दीप प्रज्ज्वलित करते हैं।

पूजन विधि में निम्नलिखित प्रमुख बातें शामिल हैं:

  • भगवान कृष्ण की प्रतिमा या लड्डू गोपाल की स्थापना और श्रृंगार।

  • पंचामृत (दूध, दही, घी, शक्कर और शहद) से अभिषेक।

  • तुलसी के पत्तों से पूजा और गुलाल, अबीर से सजावट।

  • भजन, कृष्णाष्टक, राधाकृष्ण स्तुति और “हरे कृष्ण हरे राम” के जाप।

  • जन्माष्टमी के दिन 56 भोग (छप्पन भोग) अर्पित करने की भी परंपरा है, जो कृष्ण भक्ति की समृद्धि को दर्शाता है।


कृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार के विशेष आयोजन

🎶 बंसी की तान और लोकधुन की गूंज

जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की बंसी की तान का अलग ही आध्यात्मिक आनंद होता है। दिल्ली, मथुरा, वृंदावन जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल इस दिन बंसी की मधुर धुनों से गूंज उठते हैं। संगीत के माध्यम से कृष्ण की लीला, भक्तिभाव और आनंद मनाया जाता है।

🎭 कृष्ण लीला और रासलीला का मंचन

कृष्ण के बाल्यकाल, वृंदावन की रासलीला, गोपियों के साथ उनकी माया और नटखट स्वभाव का नाटक लोग बड़े उत्साह से देखते हैं। ये नाट्य-नृत्य प्रस्तुतियां विशेष रूप से उत्तर भारत, राजस्थान, गुजरात, और महाराष्ट्र में लोकप्रिय हैं।

🕯️ मन्दिरों एवं घरों की सजावट

मंदिरों और घरों को रंग-बिरंगे फूलों, श्रृंगारों, दीपों और रंगोली से सजाया जाता है। रात भर भजन कीर्तन चलते हैं और भक्तगण श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में मग्न रहते हैं।

कृष्ण-जन्माष्टमी


जन्माष्टमी पर किये जाने वाले धार्मिक अनुष्ठान

  • उपवास और निर्जला व्रत रखना।

  • मध्यरात्रि जागरण कर भगवान के जन्म के समय आरती एवं पूजा।

  • श्रीमद्भागवत, गीता और कृष्ण कथाओं का पाठ।

  • लड्डू गोपाल के लिए विशेष भोजन और भोग लगाना।

  • बच्चों को श्री कृष्ण की कथाएं सुनाना और कृष्ण अवतार के संदेश देना।


जन्माष्टमी का आध्यात्मिक संदेश और आधुनिक प्रासंगिकता

भगवान कृष्ण का जन्म अधर्म का नाश करने और धर्म की स्थापना करने के लिए हुआ। उनका जीवन और शिक्षाएं आज भी भारत और विश्व के लिए मार्गदर्शक हैं। कृष्ण जन्माष्टमी हमें प्रेम, करुणा, श्रद्धा और सेवा की सीख देती है। बंसी की तान हमें ध्यान के माध्यम से अध्यात्म की गहराई में ले जाती है।

आधुनिक समय में यह पर्व युवाओं के लिए भी नया जोश, देशभक्ति और सामाजिक सद्भावना का संदेश लेकर आता है। इसे मनाने का उद्देश्य केवल उत्सव नहीं, बल्कि कृष्ण के आदर्शों को जीवन में उतारना है।

कृष्ण-जन्माष्टमी


बाल गोपाल की महिमा

लड़के रूप में अपने प्रेम और शैतानी से लोगों के दिलों में बसने वाले बाल गोपाल, जन्माष्टमी के मुख्य आकर्षण में से हैं। माखन चुराने वाले कान्हा की बाल लीला की कहानियां बच्चों और बुजुर्गों में समान रूप से लोकप्रिय हैं। उनकी खिलखिलाती शरारतें रिश्तों में मिठास भरती हैं।

कुछ और रोचक और महत्वपूर्ण तथ्य प्रस्तुत किए जा रहे हैं, जो इस पावन पर्व को और भी जीवंत और समृद्ध करते हैं:


कृष्ण जन्माष्टमी के और कुछ रोचक व अनसुने तथ्य

  • मध्यरात्रि का विशेष महत्व: भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को माना जाता है। इसलिए जन्माष्टमी का जन्मोत्सव भी मध्यरात्रि जागरण के साथ मनाया जाता है, जो आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

  • दही हांडी की अनोखी परंपरा: जन्माष्टमी पर “दही हांडी” एक प्रचलित उत्सव है, जिसमें युवा समूह मिलकर मानव पिरामिड बनाकर ऊंचे लटकाए गए दही से भरे मिट्टी के बर्तन को तोड़ते हैं। यह कृष्ण की माखन चोरी की बाल लीलाओं का प्रतीक है और इसे ‘गोविंदा’ के नाम से भी जाना जाता है।

  • 56 भोग (छप्पन भोग) की परंपरा: जन्माष्टमी के अगले दिन नंदोत्सव मनाया जाता है जिसमें भगवान कृष्ण को 56 प्रकार के विशेष भोजन अर्पित किए जाते हैं। यह छप्पन भोग कृष्ण की पसंदीदा व्यंजनों का प्रतीक है और श्रद्धालु इसे बड़े श्रद्धा से करते हैं।

  • श्री कृष्ण के जन्म की प्राचीनता: कुछ विद्वानों के मतानुसार, भगवान कृष्ण का जन्म 3228 ईसा पूर्व हुआ था, जो उन्हें इतिहास के सबसे प्राचीन धार्मिक पात्रों में से एक बनाता है।

  • श्री कृष्ण और बंसी: कृष्ण की बंसी की धुन आत्मा को शांति देने वाली मानी जाती है। जन्माष्टमी पर बंसी की मधुर तान के माध्यम से भक्त कृष्ण की लीला और भक्ति का आनंद प्राप्त करते हैं।

  • दुनिया भर में जन्माष्टमी का उत्सव: जन्माष्टमी केवल भारत तक सीमित नहीं है; वैश्विक स्तर पर भी इसे भव्यता से मनाया जाता है। विशेषकर अमेरिका, यूके, सिंगापुर जैसी जगहों पर बड़े स्तर पर भक्तजनों द्वारा रात्रि जागरण, भजन और नाटकों का आयोजन होता है।

  • भगवान कृष्ण का नाम “कृष्ण” का अर्थ: संस्कृत में कृष्ण का अर्थ है “अत्यंत आकर्षक” या “गाढ़ा नीला/काला रंग”। उनके गढ़े हुए रूप से यह नाम जुड़ा है, जो गहरे नीले रंग के वर्णित हैं।

  • गोविंद, माखनचोर के तौर पर भगवान कृष्ण: भगवान कृष्ण को ‘माखनचोर’ इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि वे बचपन में गोपियों के मक्खन की चोरी करते थे। इस बाल लीला का उत्सव दही हांडी के रूप में प्रचलित है।

  • सामाजिक और आध्यात्मिक एकता का संदेश: जन्माष्टमी का त्योहार केवल भव्य उत्सव ही नहीं, बल्कि प्रेम, करुणा, धर्म और भक्तिभाव की शिक्षा भी है जो सभी को सामाजिक एकता और शांति की प्रेरणा देता है।


ये तथ्य न केवल जन्माष्टमी के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व को गहराई से समझने में मदद करते हैं, बल्कि इस पावन पर्व को मनाने के अनेक रंगों और पहलुओं को उजागर करते हैं।

Bharati Fast News – तेज़ खबरें, सच्ची खबरें – यही है भारती फास्ट न्यूज़

कृष्ण जन्माष्टमी एक ऐसा पावन त्योहार है जो हमें भक्ति, सेवा, प्रेम और योग की ओर प्रेरित करता है। यह न केवल भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी का उत्सव है, बल्कि हमें उनकी शिक्षाओं से जीवन को संवारने का अवसर भी प्रदान करता है। इस दिन की बंसी की मधुर तान हमारे हृदयों को आध्यात्मिक आनंद से भर देती है।

भगवान कृष्ण की लीला और उनकी दिव्यता से प्रेरणा लेकर हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और समाज में प्रेम एवं सद्भावना का माहौल बना सकते हैं।


Disclaimer: यह लेख धार्मिक और सांस्कृतिक जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। धार्मिक प्रथाओं और मान्यताओं में भिन्नता हो सकती है। कृपया अपनी धार्मिक गुरुओं या पंचांग से भी परामर्श करें।

आग्रह और आपके अमूल्य सुझाव

प्रिय पाठकगण,
यदि आपको यह लेख पसंद आया हो या आपके कोई सुझाव और विचार हों, तो कृपया कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। आपकी प्रतिक्रियाएं हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और हमें बेहतर बनाने में मदद करती हैं।

आइए, हम सब मिलकर भगवान श्री कृष्ण की भक्ति और जन्माष्टमी के उत्सव को और भी समृद्ध बनाएं।

Bharati Fast News – तेज़ खबरें, सच्ची खबरें – यही है भारती फास्ट न्यूज़

इस जन्माष्टमी अपने परिवार और मित्रों के साथ कृष्ण के भक्ति गीत और लीला साझा करें, इस पोस्ट को शेयर करें और अपने दिल की बात कमेंट में बताएं! जय श्री कृष्ण!

इस पोस्ट से सम्बंधित अन्य ख़बर- Janmashtami 2025: Check Date, Shubh Muhurat, Puja Timings And More

Bharati Fast News पर यह भी देखें– योगी का धमाका: विदेश में पढ़ने को मिलेगी स्कॉलरशिप

 👇 नीचे कमेंट करें और हमें बताएं कि आप क्या सोचते हैं।
Tags: #BansiKiTaan#JaiShriKrishna#Janmashtami2025#KrishnaBhakti#KrishnaJanmashtami#RadheKrishna#कृष्णजन्माष्टमी#भक्ति#श्रीकृष्णBharatiFastNews

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • हर-दिन-देखें-सरकारी-नौकरी

    सरकारी नौकरी अपडेट्स: हर रोज़ नई वैकेंसी की जानकारी

    532 shares
    Share 213 Tweet 133
  • FASTag क्या है? वार्षिक ₹3,000 पास

    505 shares
    Share 202 Tweet 126
  • कब और कैसे करें ITR Filling, ITR की सम्पूर्ण जानकरी और जानें 12 लाख तक टैक्स फ्री

    505 shares
    Share 202 Tweet 126
  • Airtel लाया बड़ा धमाका, फ्री मिलेगा Perplexity Pro AI – 1 साल तक!

    503 shares
    Share 201 Tweet 126
  • आज का मौसम: जानें आपके शहर में तापमान, वर्षा और हवा की स्थिति

    502 shares
    Share 201 Tweet 126
Bharati Fast News

© 2025 Bharati Fast News - भारत का भरोसेमंद न्यूज़ पोर्टल। All Rights Reserved.

Navigate Site

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy & Policy
  • Terms & Conditions
  • Current News
  • HTML Sitemap | Bharati Fast News
  • News

Follow Us

Welcome Back!

OR

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
No Result
View All Result
  • About Us – Bharati Fast News
  • Bharati Fast News
  • Contact Us
  • Current News
  • Disclaimer
  • HTML Sitemap | Bharati Fast News
  • News
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions

© 2025 Bharati Fast News - भारत का भरोसेमंद न्यूज़ पोर्टल। All Rights Reserved.

Go to mobile version