Sashidhar Jagdishan: HDFC Bank के CEO कैसे हुए Viral?
जानिए पूरा सच और विवाद
1. परिचय: कौन हैं Sashidhar Jagdishan?
Sashidhar Jagdishan, जिन्हें प्रोफेशनल रूप से “Sashi” कहा जाता है, देश के सबसे बड़े निजी बैंक, HDFC Bank, के Managing Director और Chief Executive Officer हैं। उन्होंने इस पद की जिम्मेदारी अक्टूबर 2020 में संभाली, Aditya Puri के लंबे 26 साल के दशक से चले साहसिक नेतृत्व के बाद .
2. प्रारंभिक जीवन, शिक्षा और करियर
- शिक्षा:
- BSc (Physics) – Mumbai University
- Chartered Accountant – ICAI, India
- MSc (Money, Banking & Finance) – University of Sheffield, UK
- करियर प्रतिपदा:
- Deutsche Bank, Mumbai (1993–1996)
- HDFC Bank (1996 से) – Finance Manager → Business Head – Finance (1999) → CFO (2008) → ‘Strategic Change Agent’ (2019) → MD & CEO (2020)
- सम्मान:
- CNBC TV18 ‘Best CFO’ (2013-14)
- Financial Express ‘Best CFO’ (2019)
- Asia Pacific ‘CEO of the Year’ (2024)
3. CEO के रूप में उपलब्धियाँ
3.1 COVID‑19 के बीच नेतृत्व
2020 के बीच–बीच में बैंकिंग चुनौतियों, तकनीकी अड़चनों, नियामक जुर्माने और रिमोट वर्क के दौर में उन्होंने बैंक को स्थिरता के साथ अग्रसर रखा
3.2 HDFC–HDFC Bank विलय (2023)
जगदीशन की कुशल देखरेख में यह विलय हुआ, जिससे बैंक भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बनकर उभरी ।
3.3 डिजिटल विस्तार और वित्तीय समावेशन
- शाखाओं की संख्या Sept 2020: 5,430 → Mar 2024: 8,738 — जिसमें 52% semi‑urban & rural में
- टेक‑टैलेंट में 71% वृद्धि जनवरी 2021 के बाद
3.4 ग्राहक‑उन्मुख संस्कृति
- Net Promoter Score से ग्राहक फीडबैक संबोधित
- Cloud बिल्ड और Active‑Active Infrastructure से ऐप प्रदर्शन बेहतर किया गया
4. क्यों बन गए Viral—वीकल विवाद
4.1 Allegations by Lilavati Kirtilal Mehta Trust
- तारीख: 8 जून 2025
- आरोप: ₹2.05 करोड़ का भुगतान, FIR Mumbai पुलिस ने दर्ज की
- Trust का दावा: भुगतान “trustee के पिता को परेशान/उत्पीड़ित करने” के उद्देश्य से किया गया
- Bank का पक्ष: आरोप “malicious and baseless”; यह Splendour Gems Ltd. के ₹65 करोड़ लोन रिकवरी को रोकने के प्रयास के रूप में नहीं मुकदमा
4.2 विवाद की गहराई
- Trust ने आरोप लगाया कि ₹1.5 करोड़ को CSR नाम दिया गया था ताकि डॉक्टर्स रिकॉर्ड मिटाएं
- हेंडराइटन डाइरी और दस्तावेज़, FIR दर्ज कराई गईबांद्रा कोर्ट के आदेश पर
5. बैंक का जवाब और कानूनी रुख
- Bank ने आरोप को “frivolous” और “personal attacks” करार दिया
- कहा जा रहा है कि आरोप लोन रिकवरी रोकने की कोशिश में उठाए गए कदम हैं
- बैंक जनहित और CEO की प्रतिष्ठा बचाने के लिए कानूनी कार्रवाई करेगा
6. मीडिया और सोशल मीडिया में प्रभाव
6.1 समाचार कवरेज
- Economic Times, Livemint, Indian Express, Business Standard, Free Press Journal—सभी प्रमुख ने गंभीरता से पत्रकारिता की
6.2 सोशल मीडिया ट्रेंडिंग
- Twitter, LinkedIn पर #SashidharJagdishan #HDFCBankCEO hashtags वायरल
- LinkedIn पर Asia Banker CEO अवॉर्ड को लेकर चर्चा धीमी थी, मगर अब FRAUD Allegations पर भारी प्रतिक्रिया देखी जा रही है
7. क्या साजिश है या ईमानदारी का खिलाड़ी बनकर उभरे?
- Trust ने शिकायत की: “criminal betrayal, misuse of institutional power”
- Bank ने कहा: पुनः खरीदी जा रही है क़ानूनी कार्यवाही, CEO को निशाना बनाना गलत
विवाद के बीच Jagdishan की छवि समर्थकों में भी मजबूत बनी हुई है—कुछ इसे खुले राजनीतिक और वित्तीय संघर्ष के रूप में समझ रहे हैं।
8. भविष्य की राह: अगले कदम
- कानूनी लड़ाई: Court और regulators के समक्ष Bank और Jagdishan दोनों तैयारी में हैं
- ब्रांड प्रतिष्ठा: अगर कोर्ट में दोष साबित नहीं हुआ, तो CEO की विश्वसनीयता और बैंक स्टॉक पॉजिटिव रिव्यू करेगा
- खरीद प्रभावित स्टॉक्स: Bank का हिस्सा 1.4% तक बढ़ा—suggests market confidence in CEO and institution
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9. निष्कर्ष: क्यों यह पूरी कहानी सियासी, आर्थिक और व्यक्तिगत स्तर पर महत्वपूर्ण है?
- Jagdishan एक प्रतिष्ठित, सम्मानित और पुरस्कार विजेता बैंकिंग लीडर हैं, जिन्होंने डिजिटल लीडरशिप और ग्राहक‑समावेशन में नई ऊँचाइयाँ हासिल की
- मगर एक Trust और परिवार के बीच विवाद में CEO का नाम आने से एक बड़े बैंक में governance और ethics को लेकर सवाल उठते हैं
- इसके परिणाम—कानूनी लड़ाई, मीडिया कवरेज, स्टॉक मार्केट इम्पैक्ट—तीनों स्तर पर जटिलता बनी हुई है
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